संसार मानव प्रतीक माया करती रूप भारत भगवान एक दूजे के हैं पूरक प्राण हूं प्रार्थना कृषक हिंदी कविता जननी समान ही प्रकृति ऐश्वर्या धारण देश उजाड़ जीवन

Hindi रौद्र रूप भी धारण करती Poems